एनआईसी में जनपद के ग्राम प्रधानों से फोन पर वार्ता कर टीकाकरण एवं अन्य कार्यो में गति लाने के दिए गए निर्देश
जौनपुर : एनआईसी में जनपद के ग्राम प्रधानों से फोन पर वार्ता कर टीकाकरण एवं अन्य कार्यो में गति लाने के निर्देश दिए गए। कहा गया कि टीकाकरण के विरूद्ध किसी भी अफवाह को फैलने से रोकने एवं ग्राम पंचायतों में 18 से 44 आयु के एवं 45 वर्ष के ऊपर के सभी ग्रामवासियों का टीकाकरण कराये जाने हेतु सबको प्रेरित कर शत-प्रतिशत टीकाकरण का कार्य कराये जाए। ग्रामवासी अनावश्यक रूप से भीड़-भाड़ वाले जगहो पर न जायें, मास्क का प्रयोग करें, समय-समय पर हाथ धोते रहें एवं एक-दूसरे से दो गज की दूरी बनाये रखने हेतु निगरानी समिति के माध्यम से सभी ग्रामवासियों को प्रेरित करने पर चर्चा की गयी। ग्राम पंचायतों में आवश्यकतानुसार कम्पोस्ट गड्ढ़ों की खुदाई जे०सी०बी० के माध्यम से कराकर जितने भी कचड़े के ढेर आबादी एवं आबादी के आस-पास दृश्यमान है उनका कचरा ट्रैक्टर के माध्यम से उठवाकर कम्पोस्ट गड्ढों में डाल कर उसका प्रबन्ध तत्काल कराये जाने पर चर्चा की गयी।
गांवों में घरों से तालाबों तक जाने वाली जल निकासी नाली, जो अपशिष्ट जल लेकर तालाबों/नदियों/नालों में जाती हैं, आवश्यकतानुसार जहाँ-जहाँ चौक हैं एवं उसमें कचरा भरा हुआ है उनकी तत्काल जे०सी०बी० अथवा फावड़े से सफाई कराकर बन्द नालियों को तत्काल खोले जाने एवं गांव में स्थित सार्वजनिक भवनों यथा पंचायत घर, विद्यालय, आंगनवाड़ी, एनम सेन्टर, पीएचसी, सीएचसी इत्यादि के आस-पास स्थित कचरों के ढेर एवं नालियों की सफाई वृहद स्तर पर कराये जाने पर निर्देश दिए गये। ग्राम पंचायतों में सघन रूप से हाइड्रोक्लोराइड के घोल का छिड़काव गांव के प्रत्येक मजरे एवं बस्ती में आवश्यक रूप से कराये जाने एवं गांव में प्रत्येक स्थान पर फागिंग का कार्य कराने पर चर्चा हुई। ग्राम पंचायतों में जहाँ पर जल भराव की स्थिति है, वहाँ जल निकासी की तत्काल व्यवस्था कराये जाने पर निर्देश दिए गये। ग्रामवासियों को ग्राम पंचायत में ही लाभ दिलाने हेतु पंचायत भवन को कामन सर्विस सेन्टर के रूप में विकसित कर ग्राम वासियों को ग्राम में ही आय, जाति, मृत्यु, जन्म प्रमाण पत्र एवं योजनाओं से सम्बन्धित कम्प्यूटराईजेशन का कार्य एक ही स्थान से सम्पादित करने पर चर्चा हुई। खुले में शौच से होने वाले संचारी रोगों को नियन्त्रित करने हेतु ग्रामवासियों द्वारा शौचालय का प्रयोग करने तथा खुले में शौच को पूरी तरीके से प्रतिबन्धित किये जाने पर चर्चा की गई।
ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण कराकर उक्त सामुदायिक शौचालयों को स्वयं सहायता समूहों को हस्तान्तरित करके उसका प्रयोग सुनिश्चित कराने तथा नियमित रूप से समूहों को शासनादेशानुसार भुगतान किये जाने पर चर्चा की गयी। केन्द्रीय वित्त तथा राज्य वित्त की संस्तुतियों के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों को प्राप्त धनराशि का प्रयोग सर्वप्रथम पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय के निर्माण एवं ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों पर का कार्य कराये जाने पर चर्चा हुयी। मनरेगा में 260 कार्य अनुमन्य है जिसमें यथा सम्भव अधिक से अधिक श्रम दिवसों का सृजन किये जाने पर चर्चा की गई।
समस्त ग्राम प्रधानों से कहा गया कि उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हम सब मिलकर यदि उपरोक्त कार्यो का सफलता पूर्वक सम्पादन करेंगे तो निश्चित रूप से ही हम अपनी ग्राम पंचायत को एक आदर्श एवं "मेंरा गांव कोरोना मुक्त गांव" ग्राम पंचायत के रूप में स्थापित करने में सफल होंगे। इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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