राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) कार्यालय सभागार में गोष्ठी का हुआ आयोजन

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) कार्यालय सभागार में गोष्ठी का हुआ आयोजन 


जौनपुर : राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) कार्यालय सभागार में गोष्ठी का आयोजन हुआ। पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) ने छह वर्ष तक बच्चों में गिरते लिंगानुपात पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आज बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। बावजूद इसके कुरीतियों के चलते कुछ परिवार उन्हें अच्छा खाना तथा अच्छी शिक्षा नहीं मुहैया कराते हैं। हजारों लड़कियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है। कन्या भ्रूण हत्या की वजह से लड़कियों के अनुपात में काफी कमी आ रही है। उन्होंने किसी भी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर भ्रूण के लिंग की जांच किए जाने पर तुरंत उसकी सूचना देने को कहा। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रदेश सरकार मुखबिर योजना चला रही है। इसके तहत ऐसी सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा तथा उसे पुरस्कृत भी किया जाएगा। आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक ने गिरते लिंगानुपात के लिए सामाजिक भेदभाव को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात में यह असमानता मानव अस्तित्व के समाप्ति की तरफ जाने का संकेत दे रही है। इस भेदभाव को खत्म करने की जरूरत है। बालिकाओं को शिक्षित करने तथा उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है जिससे उन्हें भी बालकों के समान अवसर मिल सके।

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