जौनपुर में एक स्टूडेंट ने खुद के अपहरण की दी झूठी जानकारी, फिर क्या हुआ
जौनपुर। परिजनों से नाराज होकर घर से निकले 9वीं के छात्र ने खुद के अपहरण की साजिश रच दी। यह सनसनीखेज खुलासा पुलिस ने शुक्रवार को किया। एएसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पूछताछ में किशोर ने बताया कि अपहरण की घटना मनगढ़ंत और झूठी है। गुरुवार को छात्र के परिजनों ने अपहरण के बाद अनहोनी की आशंका जताते हुए थाने में तहरीर दी थी।
बक्सा थाना क्षेत्र के चितावा गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद मिश्र का बेटा अनुज मिश्र मिरशादपुर स्थित महादेव पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 का छात्र है। गुरुवार को परिजनों की डांट से नाराज होकर अनुज घर से चला गया था। उसके बाद उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची। छात्र ने घरवालों को बताया कि उसका अपहरण हो गया है। ये लोग उसे मार डालेंगे। छात्र किसी युवक की तलाश में था जो फिरौती की रकम लेने जा सके, लेकिन इसी बीच पुलिस ने सर्विलांस सेल की मदद से उसे लखनऊ गोमती नगर से पकड़ लिया।
अनुज गुरुवार को रोज की तरह स्कूल के लिए निकला था। शाम चार बजे तक घर नहीं वापस आया तो परिजन तलाश करने लगे। शाम पांच बजे उसकी साइकिल और बैग तेजीबाजार सरकारी अस्पताल गौराकला मार्ग तालाब के पास मिला। लेकिन उसका पता नहीं चला। अनहोनी की आशंका में छात्र के पिता ने पुलिस को तहरीर दी। कहा कि मोबाइल पर बेटे का फोन आया था। अनुज ने बताया कि कुछ लोग उसका अपहरण कर लिए हैं और उसे जान से मारना चाह रहे हैं। पुलिस मोबाइल को सर्विलांस पर लगा कर खोजबीन करने लगी। घंटों बाद सर्विलांस के माध्यम से लखनऊ के गोमती नगर का लोकेशन मिला। गोमती नगर थाने की पुलिस टीम के सहयोग से शुक्रवार उसे 12 घंटे में पुलिस बरामद किया। पूछताछ में बताया कि वह परिजनों से नाराज होकर गया था और स्वयं ही घरवालों को अपहरण की झूठी सूचना दिया। जिससे पुलिस को राहत मिली।
0 Comments