कॉलेज की लापरवाही से परीक्षा परिणाम में हो रही है देरी: कुलपति
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के द्वारा आंतरिक मूल्यांकन, सेशनल और प्रैक्टिकल के नंबर अभी तक नहीं भेजे जाने की वजह से परीक्षा परिणाम घोषित करने में दिक्कत हो रही है। महाविद्यालयों के इस कृत्य से विश्वविद्यालय प्रशासन का रुख सख्त हो गया है। एजेंसी अपूर्ण रिजल्ट नहीं घोषित करना चाहती।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने परीक्षा नियंत्रक, सहायक कुलसचिव और निगरानी समिति के साथ बैठक कर ऐसे महाविद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, ताकि विद्यार्थियों का अहित न हो। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने कहा है कि निर्देशित करने के बाद भी महाविद्यालयों की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के प्रावधानों के अंतर्गत मेजर विषय, इलेक्टिव विषय, कोकरिकूलर विषयों के 25 फ़ीसदी सतत आंतरिक मूल्यांकन के अंक प्राचार्य और प्राचार्या द्वारा विश्वविद्यालय के गोपनीय विभाग को उपलब्ध नहीं कराए गए। इस संबंध में रिमाइंडर दिया जा चुका है। अब इनको 18 जुलाई 2022 की अंतिम समय सीमा दी जा रही है अगर इस दौरान आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे गए तो इसके लिए महाविद्यालय जिम्मेदार होंगे और उन पर आर्थिक दंड भी लगाया जा सकता है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हित की अनदेखी नहीं करना चाहता, वह समय से परीक्षा परिणाम देने के लिए कृत संकल्प है।
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