शाहगंज से चिकित्सक आरिफ मंसूरी चुनावी मैदान में जनता की नब्ज टटोलने में लगें
शाहगंज( जौनपुर) मरीजों के बीच घिरे रहने वाले चिकित्सकों को सियासत भाने लगी है। शाहगंज से एक चिकित्सक चुनावी मैदान में हैं और जनता की नब्ज टटोल रहे हैं। हम बात कर रहे हैं डाक्टर आरिफ मंसूरी की जो निकाय चुनाव के मैदान में ताल ठोंक सकतें हैं ।
निकाय चुनाव की बिगुल बजते ही जौनपुर के शाहगंज सीट की राजनीति अब गर्म हो चुकी है। पार्टी से जुड़े लोग चुनावी मैदान में ताल ठोकने को तैयार दिख रहे हैं। ऐसे में शाहगंज के एक डॉक्टर भी हैं जो अपने पेशे के साथ राजनीति में उतरकर माननीय बनने की दौड़ में हैं। शाहगंज सीट से निर्दल उम्मीदवार के रुप में डाक्टर आरिफ मंसूरी ताल ठोक सकतें हैं । यदि हम डाक्टर आरिफ मंसूरी की बात करें तो डाक्टर साहब समाज से भी जुड़े हुए हैं । और पसमांदा समाज को लेकर चलतें हैं । पसमांदा समाज की वोट बैंक की बात की जायें तो शाहगंज सीट पर अल्पसंख्यक पसमांदा समाज कि लगभग 60 प्रतिशत वोट शाहगंज सीट पर बताया जाता है । यदि पसमांदा समाज से उतरने वाले डाक्टर आरिफ मंसूरी को समर्थन उनके लोगों द्वारा मिल जायें तो कई राष्ट्रीय पार्टी का शाहगंज सीट से खेला बिगाड़ सकतें हैं । हालांकि डाॅ आरिफ की पसमांदा समाज के आलावा अन्य समाज व अन्य हिन्दू जातियों में भी पकड़ हैं । एक साथ सभी ने डाक्टर आरिफ को समर्थन दे दे तो शाहगंज सीट से इतिहास लिख सकतें हैं ।
हमारे कैमरे के सामने बातचीत के दौरान डाक्टर आरिफ मंसूरी ने कहा कि राजनीति भी एक सेवा है और मरीजों के इलाज के साथ साथ राजनीति में आकर जरूरतमंदों की मदद व पीड़ितों को न्याय दिलाना ही उनका उद्देश्य है। फिलहाल आनें वाला समय ही बताएगा डाक्टर आरिफ मंसूरी शाहगंज सीट पर निर्दल प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ते हैं कि नहीं ? लड़ते है तो शाहगंज की जनता डाक्टर आरिफ मंसूरी पर कितना भरोसा करतीं हैं।
✍️..... विवेक कुमार
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