निकाय चुनाव में लिफाफे का महत्व बढ़ा,दो और पांच कि गुणा गणित लगायें हुए बैठा हैं मतदाता

निकाय चुनाव में लिफाफे का महत्व बढ़ा,दो और पांच कि गुणा गणित लगायें हुए बैठा हैं मतदाता


शाहगंज ( जौनपुर) निकाय चुनाव की सरगर्मी ने न केवल नगर की फिजा को बदल दिया है, बल्कि कई 'कंजूसों' को 'दिलदार' भी बना दिया है। कल तक हाथ सिकोड़कर चुपके से निकलने वाले कंजूस अब दिल खोलकर खर्च कर रहे हैं वजह है कि निकाय चुनाव के मैदान में उतरना ।
चुनाव में लिफाफे का महत्व बढ़ जाता है। वैसे ही जैसे शादी विवाह में। इन दिनों चुनावी माहौल है। मतलब- लिफाफे अभी सबसे ज्यादा चलेंगे।अब मैदान में उतरने वाले उम्मीदवार की जेब में लिफाफा को भी देखा जा सकता है । क्यो कि वोटरों को लुभाने के लिए अब नेताओं द्वारा दावत का दौर शुरू कर दियें गयें हैं । चुनाव नजदीक आते ही नेताओं के आगे-पीछे कुछ ऐसे ठेकेदार देखनें को आप को मिलेंगे जो अपनें वार्ड से वोट दिलाने का ठेका लियें रहते हैं ।अपनें फायदे के लिए नेता जी भी उन ठेकेदारों के बातों में आकर लिफाफा थमा देतें हैं । बंद लिफाफे में क्या हैं इसका अंदाजा हर कोई लगा सकता है । लेकिन लिफाफे का वजन नेता जी को ही तय करना हैं कितना होना चाहिए । 
शाहगंज नगर निकाय चुनाव का आपकों माहौल समझना हो तों एक बार आप नगर के गुप्ता गली के समीप दीपक चाय वाले की दुकान पर सुबह चाय की चुस्की लेने जरुर पहुंचे । यहां आपकों नेताओं की वादे और बड़ी बड़ी बातें सुनने को मिलेंगे यहां पर चाय पीने वाले लोग बातों बातों में पल भर के लिए मैदान में उतरने वालों को चेयरमैन बनाते हैं और फिर पल-भर में मैदान से बाहर कर देतें हैं । कहां जायें शाहगंज नगर में राजनीति का क्या हलचल चल रहीं हैं इसी दुकान पर चाय की चुस्की लेते समय आप आसानी से समझ सकते हैं ।
लेकिन इस बार मतदाता भी लिफाफा का चर्चा जोरो पर करतें हुए दो और पांच कि गुणा गणित लगायें हुए बैठा हैं ।

✍️..... विवेक कुमार

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